Tuesday, 28 January 2014
Wednesday, 1 January 2014
सामप्रदायिक दंगे हुए नही कराये गये
सामप्रदायिक दंगे हुए नही कराये गये
कैराना 1 जनवरीसामप्रदायिक दंगे हुए नही कराये गये हैं इन दंगों के पीछे सपा व भाजपा का हाथ है,खून हिंदु का हो या मुसलमान का खून तो खून है।उक्त शब्द आज बसपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नसीमुदीन सिददीकी ने मलकपुर के राहत शिविर में कहे। उन्होने कहा कि कि सपा सरकार में 15 माह में 115 दंगे हुए हैं जो एक रिकार्ड
है, इसके बाद भी सपा के मुखिया कह रहे हैं कि शिविरों में विस्थापित लोग नही बल्कि राजनीतिक पार्टी के लोग रह रहे है,बहन, मां, बाप और भाई गंवा चुके लोगों के साथ खिलवाड किया जा रहा है। राहुल गांधी भी इन राहत शिविरों का दौरा किया लेकिन विस्थापितों की सहायता के लिये कोई भी कदम नही उठाया गया और मुस्लिम नौजवानों के सम्पर्क आई एस आई सं बता दिये गये। राहुल गांधी बतायें कि कोनसे मुस्लिम नौजवानों के सम्पर्क जुडे है। कैंद्र सरकार के लिये करोडों रूपये भी कुछ नही होते। उन्होने कहा अगर आपके कैम्पों को उजाडने की कोशिश की गयी तो बसपा पार्टी आपके साथ रहेगी और तबतक विधान सभा व विधान परिषद नही चलने दी जायगी जबतक आपकी मांगे पूरी न होजायें।जब जब भी राज्य में बसपा सरकार आयी तो साम्प्रदायिक ताकतों के होसले पस्त रहे हमारी पार्टी ने दंगों के बाद राज्यपाल से मिलकर राज्य में राष्टृपति शासन लागू करने की मांग की थी।राहत शिविरों में हो रही मौतों के सम्बंध में उन्होने कहा कि ठंड से मौत न होने वाली बातें करने वाले इन राहत शिविरों में रह कर दिखयें।साम्प्रदायिक दंगों पर नियंत्रण करने में सपा सरकार नाकाम रही है। खून हिंदू का हो या मुसलमान का खून तो खून है। इसी बीच वसीम निवासी कुटबा नेअपनी पीडा सुनाते हुए नसीमुदीन सिददीकी को कहा कि हमारे गांव में खुलम आम कत्ले आम किया गया और कातिल अभी तक खुले घूम रहे है कोई कार्यवाही नही की गयी है। नसीमुदीन सिददीकी कहा कि जितने लोगों की हत्या की गयी है और आरोपी गिरफतार नही हुए हैं उन सब की लिस्ट तैयार कर हमें भेजें उनके विरूद्ध कार्यवाही की जोयगी।उनके साथ सांसद कादिर राणा,सांसद बाबू मुनकाद अली,कैराना लोक सभा प्रत्याशी चै0 कंवर हसन,मौलाना जमील अहमद, सांसद सालिम अंसारी आदि मौजूद थे।
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